जैति जैस्कन्द माताओम् जैति जैस्कन्द माताभाप्ति शक्ति प्रदायनिसबसुख की दाताओम् जैति जैस्कन्द माताकार्ति के की हो माताश्रण्भो की श्रण्भोमैया श्रण्भो की श्रण्भोभाप्ति जनों को मैयामेना निजभक्तिओम् जैति जैस्कन्द माताचार्णा प्रदायनिश्रण्भो जाति सोहे ग्रोधी मेलि सन्दमैया गोधी मेलि सन्दगया करो जग जननीबालक हम मतिमन्दओम् जैति जैस्कन्द माताशुब्रवण अतिपावन सबका मन मोहेवैया सबका मन मोहेहोता प्रियेमा तुझे कोहोता प्रियेमा तुझे कोजो पूजे तोहेओम् जैति जैस्कन्द माताओम् जैस्कन्द माताश्राह सदा ब्रह्माणिराधा रुद्राणिमैया राधा रुद्राणिलक्ष्मिशार दिखालीलक्ष्मिशार दिखालीॐ जयति जस्कन्द माताकाम क्रोध मद मैया जद जननी हरनाविषय विकारी तन मन को पावन करनाओम जयति जस्कन्द मातानब दुर्गानविपंचम मैया सरूप तेरामेरी मैया सरूप तेराआच्छवे नवरात्रे कोहोता पुझन तेराओम जयति जस्कन्द मातातू शिवधाम निवासिने महाविलासिने तूमैया महाविलासिने तूतू शमशान मिहारिने तांडबलासिने तूओम जयति जस्कन्द माताहम अतिवीन दुखीमों कष्टोने घेले, वै अकष्टोने घेले, अपना जान दया कर,अपना जान दया कर, मालक है तेरे, ओम्जयति जैसन माता,गंद माता जी की आरति, जो कोई गावे,मैया जो कोई गावे,कहते शिवानंद स्वामी, कहते शिवानंद स्वामी,मन माचित फल पाले,ओम्जयति जैसन माता,गंद माता जी की आरति, जैसन माता,अपना जान दया कर, मालक है तेरे, जो कोई गावे,ओम्जयति जैसन माता,वाक्ति शक्ति प्रदायनि सबसुख की दाता। ओम् जयति जैसंग्यमाता।