एहो रस्तिली हिलादे लुतिली,
फुला नमोका कब हमरो के मिली
समक्रा मुष्किल बाहरो, एशिना, कामुश्किल
रस्तिली हिलादे लुतिली,
फुला नमोका कब हमरो के मिली
फेल भोजाई
माथा तो आरगो
पतानी फेल जब हमारो
जीला जाबार मिलबा,
अमर होहाला,
फुला पेलोग हमरा पागल होजाला
तो हले फिल पर्छे कोरी सबके नजरीया,
लुतला नमरीया,
हिलाइ के कमरीया
लगला पस्मे खले हिमारो,
भोजाई
कोमर पतरी
ही जब हमारो,
अमरा में बाते है बाबो,
बड़ी डिफरेंट हो,
तो चाज़ो नी करोना तो लागी करेंट हो,
लो
भोज के रहे हो,
भूपत धून कहे हम जुद्गाबो,
तुहारा करेंट पिस भागे मुआबो,
होई साता में खाता तुहार भो,
हो चाज़ा,
अमर पतरी,
हिल जब हमारो,
लुतला, लुतला,
अमर पतरी,
हिल जब हमारो,
वो रोशीली,
हिला देलो दीली,
बोला नवोका कब हमरो ते मिली,
भेल भोजाई माथा तोहार भो,
अमर पतरी, हिल जब हमारो,