देता नी मुका तो हाला के एक बार हो
फिर जनी दोस्त भी हो सुन लहा मार हो
देता नी मुका तो हाला के एक बार हो
फिर जनी दोस्त भी हो सुन लहा मार हो
एकर जा बन जा मालिकी तू हमारा दारे बार के काबलो
हर दिन में खोजो ने माने दिया बार के
लो भरो राजा राजा रुहा
बिहार के
पीछे हैं उँ घुमाय सब तार के
लो भरो राजा राजा रुहा
बिहार के
लो भरो राजा राजा रुहा
बिहार के
यदि बाय आर्याज शर्मा
सेरी के सोधा
नाम सुनते जारी तोहरा हो जाई यारी के
घोरो हिला गिला रोजो वो करा को चोहरी
कहूं के ज़रूरत परे जाए के ना बहुरी
तोहरी तोहरी के हमानबू आहंकारी के
आरे दिन में खोजने मानि दिया बद के
लो भर रा रा धारों विहार के
पीछे उँ घूमाए सारा कर के
लो भर रा धारों विहार के
आरे दिन में खोजने मानि दिया बद के
पूरा दुनिया पहमही करता निराज हो
पाता तुहार नई खेता जानी लाज हो
दिल खुल की राज करो
सास्वा में धोई लेता धोः से निभाई
मिधिल से दाम के अपन बनाई
हमसे पंगा आज भिले हस गई लिहारिके
हर दिन में खोजने पाने दिया पारके
लोगों रोगान है दर हो विहार के
पीछे है वो घुमाए सारा तार के
द्राभर राधार हो विहार के
उठावा लिये बाबू