लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
लो आगई उनकी याद
वो भी न पाए शायत
परचाईयां हमारी
वो भी न पाए शायत
परचाईयां हमारी
बढ़ते ही जा रहे हैं
मायूसियों के साए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
लो आगई उनकी याद
उजड़ी हुई मुहाबत
महमा है दो घड़ी
मरकर यप मिदेगे
जीकर तो मिल न पाए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए
जीकर तो मिल न पाए
छाए हुँ में है दिल
दुनिया में बस अझेरे
शायद नसीब होगा
खुशियों के अप समेरे
शायद नसीब होगा
खुशियों के अप समेरे
अश्कों में दिन्दगी की
सासे न डूब जाए
लो आगई उनकी याद
वो नहीं आए