पड़ी मुरी लागा स्नैज
पड़ी मुरी लागा स्नैज
पड़ी मुरी लागा स्नैज
पड़ी लागा मामबा, मामा बोले थामबा
बेबी डॉले सोना, बाकी सारी तामबा
कभी करे सलसा, कभी करे सामबा
चड़ गई परवत, उच्चा उच्च लामबा
आई भी बाई थोल है, अलग ही सोल है, आई तेरी खुशबू चेहरी कलोल है
तभी लोड़ा मौन है, तभी लोड़ा गौन है, साथ मैं नाच तेरे जो वो लोड़ा कौन है
हिले जैसे वाइपर, फ्लूर पे हाइपर करे, शट डाउन जैसे राशा का साइफर
ये थोड़ा ताइं कर, वो थोड़ा पाइं कर, भूले कभी किया नहीं, मैंने बोला ट्राइ कर
दुनिया तरसती, सबको निडसती, लेगा मेरा कश तू, डूपे तेरी कशती
आगे है शहर सार, पीछे सारी बसती, कितनों की आगे पीछे मिट गई हसती
जाम दरूं बाबू, अब शरु शाम करूं बाबू, यू ना छोड़ ना आदे में, काम तमाम करो बाबू
बाम दे ये बारी, दिल्ली का मिक, सब है एविजिनल, कुछ भी ना फिक, आग से पहले ही निकले है सिक
सारे घाम पादानी सा, छोरा ले रहा घाणा पीसा, कभी लगे नोरा सी, वो कभी लगे मोनाली सा
दोरे मी फसोला टीडो, जल गया शॉला थी वो फैंटासी, वो लेडी लेरी, बॉडी को ककोला की वो
प्रॉप पटोला थी कोलोनी में रोला थी पास ना तो फिर बोलेगी के बोला नी
भरा हुआ पूरा थी एक पूरा तोला थी टिकती ना धरत पे उड़न कटोला थी
ओनो बीच तेरे दोनो काटे तू लड़ोको का जैसे कोई फोनो
किसी से ना डरना चाहे तू अलोनो पिटेगा रिपीट पे कहीं का भी डॉनो
सब मेरे नाम करो बापू सब सर आम करो बापू यू ना छोड़ ना आदे में काम तमाम करो बापू
बिल्ली के लोंडे न करें एजिटेट कांड कराएगी ऐसे न तो देख डब गया पंजा तो लगेगी न ब्रेक
कर दो