सोईकिल मचाड़ के
जाड़ के
हाओ जीरे
सोईकिल मचाड़ के
हाओ जीरे
आवत रहली
पाड़ के हम सोईकिल मचाड़ के
आवत रहली पाड़ के हम सोईकिल मचाड़ के
किसे काईला साया रवाई खुबी पाकाड़ के ए भाव जीरे
माली हला साया रवाई खुबी पाकाड़ के
काड़ के
काड़ के
काड़ के
देखला सो सून सान हावे डगार हो
लुटे के चाहे हमरा साँगे लहार हो
काड़ के
जवेद केले रहीया में खात हो
रोहित यारवाई से कारब न बात हो
शोही गईनी डॉरी के हम लिहो लस जज़गाड के
किसी कही लस यारवाई खुबी पाकाड़ के ए भाव जीरे
किसी कही लस यारवाई खुबी पाक़ाड़ के हारे मारी के