लेके आईले दोलिया कहार
ये बेटी मोरी जैहा सासुरार
लेके आईले दोलिया कहार
ये बेटी मोरी जैहा सासुरार
बापा और माई के नामवा जगई हा
बती के चरणों में मतवा जुपई हा
रखिया इज़तिया हमार
ये बेटी जैहा सासुरार
चुप रहा ये बेटी माना मोरी बतिया
मतवा सिंदुर दिखली है तल मोर भी बतिया
मोर को खिया भैल उध्धार ये बेटी मोरी जैहा सासुरार
गंगा के चलो इसन रखिया बेटी माना मा
मिली जुल के रहिया तताईया दिखना
तब होना करियाता करार
ये बेटी मोरी जैहा सासुरार