अब तक रहब हम तारा से ड़केलोई की पाठा होता रखूं अब सहर केतहां मुमा चाले होगो गल गहर केपिर जरूं हमारो माना मा गाई जा थार केखाल हो गेला ठोकेला नारहमारो मा चाले होगोमन मुरा रहल कोईला ना कोईलदेखो निना ताज महल सबजाना मादेखो निना ताज महलगई सन हमारो सबजाना माकी सोच भैल हमारो सपना माबाजा नहीं देवेला तू लेंबा सफर केहमारो मा चाले होगो गहर केपिर जरूं हमारो मा ना गाई जा थार केअती एपाथी अभुन सहबचातानी तो सरे परहब है रजमचातानी तो सरे परहब है रजमआरे तुहार राते नी मन कावग तू में बाददिल में बसल सरखाम बादहमुशे नहीं रहल जाई आईसे सुधर केतो हमु मा जाले हो बगोले धार केरजम हमारो मा ना गाई जा थार केजा उपर परजनाती