मा जानकी सिरीज प्रजैन
अरे दाव़ अगवा जदी बुला
दू मिनार डुकना
छुकती छुकी लगा डूडा
कौके मूरा खाड़ावा
काहे खाटी हा माके बोलाण
ले रेला फ़ारावा
जवन कहे के बाक अभू सारा संगर
नाद धोये जान होई जाइं भारह भार
चठक पसे भवःची जदी तोछ पहले
मारे मुइणा जएइ
ले खाले रे हां मारी पगली
कौओ ची?
को रेकखा तीला इलबानी
चलेट भरके एक बगली
ले खाले रे हां मारी पगली
को रेकखा तीला इलबानि
चलेट भरके एक बगली
हाले साचो
साचो
साचो
मेरे बाबो सोना करे जा
कितना मान देखो मुझे
रब करे मेरे सिवा
कोई और नहीं चाहे तुझे
तुहारा खादी तो किटनी भी देखे
मान के देखे खादी
हारे ऐसा मत बोला
भरे में बसला हामार तन मन
कबो ना बुला एक जन तुहा के धन
चल जुठा
तुहारा पबा मुरा पुरा बीशाबा
आगं के न होग गे दे हौबे
साज तुहि लो भरव हमारे आज़ले
ले खाले रे हमारी पगली
तुरे खाति लाईलबानी
चोकलेट भरके एक बगली
ले खाले रे हमारी पगली
तुरे खाति लाईलबानी
चोकलेट भरके एक बगली
खाति लाईलबानी
मैं जो मांगती हूं देते हूं
कोई भी नहीं करते ही नका
समझती हूं करती हूं कितना
अपना पबली से तुम प्यार
तुरे खाति था अपने किटनी भी देते हैं
जानू मां किदे देते हैं
पूही होँ मोर दीला बाग धारी कौन हो
तुहारा के देखे भी ना लागे नहीं मन हो
सुनो ना आसम चीज वही बाड़ो जीये के आधार
तुम बज़ा रंगी हो समुखी हमारे रोब से निसा
तुहारा के महुं गहली हर बात के संचो
ले खाले रे हमारी पगली
तुरे खाति ला इलबनी
चकलेट भर के एक बकली
ले खाले रे हमारी पगली
तुरे खाति ला इलबनी
चकलेट भर के एक बकली