लतुन नक हजरी बाबु एसे इछे घर खनाई
से जि रहंग करे छाबर साथे रहंग करे
से जि रहंग करे छाबर सथे राशिर बाधा कुछ सनाई
लतुन खाजरी बाबु एसे इथे घर खनाई
लतुन खाजरी बाबु एसे इथे घर खनाई
रंगा मुलोड पारा बाबुल गतर भलोबते बाश ताल मेखे मधय पकाते रिकाते
भबर हते घरे पाए जूत मचर मचर हते तवे घरे भिवी न थकिले उमनिकी साहेब मनाई
लतुन भजरी बबु एसे थे घर खानाई
मुछ की हसे काछे एसे करे जिता माशा
मिश्टी पान खे ना की खरे छे तर निशा
सबर काजी फाटी दिले बबु करे ना को गशा
सुदु थसर हला एक टुकानी आर चखे लजर लगाई
लतुन हजरी बबु एसि थे घर खनाई
सजि रंग करी सबर सती रंग करी सबर सती रशिर कधा को सनाई
लतुन हजरी बबु एसि थे घर खनाई
लतुन हजरी बबु एसि थे घर खनाई