येशि पैशर परोग्राम आसिफ नजीर केशस हॉस फॉरा चोक जंग सदर की इस तरफ से पेश की जा रहा है।
बावाद काजमली मांगा आफकोड बादर शाह।
येशि पैशर परोग्राम आसिफ नजीर केशस हॉस फॉरा चोक जंग सदर की इस तरफ से पेश की जा रहा है।
बावाद काजमली मांगा आफकोड बादर शाह।
येशि पैशर परोग्राम आसिफ नजीर की इस तरफ से पेश की जा रहा है।
मैं मर साझी सारल ये सुलमी दोरती चान अशिराखुदा बंदा सजाना छोड़े कल है।
तेरे आरावा ते बांदा राना ते मड़ मड़ इठे मैं आंदा राना।
तेरे आरावा ते बांदा राना ते मड़ मड़ इठे मैं आंदा राना।
बे दर्द मांगा तु एंज लग वैना है ते चोखा बंदा आनु खान दा राना।
रख प्यार दी लाज लें दिन वे लाज पाल हो डिन जेरे मन्यानु काज लें दिन।
लमें तु ना वज़ वे उठे मैं ना वज़ निहां ते मैं तेरे कोलू बावां मैं ता राजी रह निहां लमें तु ना वज़ वे।
लमें तु ना वज़ वे उठे मैं ना वज़ निहां ते मैं तेरे कोलू बावां मैं ता राजी रह निहां लमें तु ना वज़ वे।
दे तु जुलाम करें मेरा हाँ थर जाए भाटी जिगार दे लोख दे तोड़े
मेरी चती तिले के डाए पंसे अगे सदमें आनी काई खोड़े मैं ता सुड़े आए धेर शरीफा तु तो ये संग दिल दे बोड़े
तैनु दे माई शर दे चुकने पोसल या खीन दे सके ये ढोड़े कोई चरशी चरस भरे
दे कदन दा रुन दावधाँ काखो मांगेन नु तरफ करे
कपड़े तू मंगाधे खिलाई मैं करनी हाँ
पो छण तू रंधादे पैसे मैं बरेनी हाँ
लमे तू न वज़वे उखे मैं नवेनी हाँ
जि मैं तेरे कोलू बावां मैं तारादे रेनी हाँ
लमे तू न वज़वे
जि तैनु दर्द हाँ जारान नजरा सिन
जि तीर के वे बुरुशीना
हंग राल के तैं गए बुकलिस दे वदा हौला जारते थी ना
मैं मेरी देसी सुली मस्ज़ेद वे सिंख आपड देन दर्द शमीन
किसे मोड ते ओड़े तु मिल वे सी किसे आप ते अश्राप जीना
ते काई मुंदरी ना दिभारा
कोई मुंदरी जी ना दिभारा छोड़ के ना जानी तेरा आश्राबं सारा
कपड़े तु मंगा दे खिलाई मैं करनी हां
पोछोन तु रंगा दे वो पैसे मैं करनी हां
लमे तु ना वनी वे उपे मैं ना वनी हां
जे मैं तेरे को लूबावा मैं ता राजि ही रहनी हां
लमे तु ना वनी वे
एन खीख असूल बजुर्गां दे
जेरे कर देन गल सियानी
ए हुशान ज़्यावानी चांद दिहाडे नहीं सदा सदा मांगा राणी
इते दे परवादे चक्रां वेती जदा पंदी ये जेंदनी महाणी
काटे चाल के अश्राप सजनां दे वदे हुसर के मंदन पाड़ी
कोई बन या ते का हो रे उड़ा मांगा ने भुवेनी हे जदा सावे चिसा हो रे
कोई बन या ते का हो रे उड़ा मांगा ने भुवेनी हे जदा सावे चिसा हो रे
कोई बन या ते का हो रे उड़ा मांगा ने भुवेनी हे जदा सावे चिसा हो रे
कोई बन या ते का हो रे उड़ा मांगा ने भुवेनी हे जदा सावे चिसा हो रे
बां कड के आनाए बां कड के आनाए रकडा हो वन राल अंगर रतीब दिना हाले
मनसूर गरीब ते तर्थ चकल वैसी मरवस्तिन दाबार
ते कई कोठे वस्तियां दे ते उलर के आ लड़नाए जुफर जुफस्तियां दे
कार तू मंगा दे पिट्राल मैं पवेनी हाँ चाबी तू लाधे गटी मैं चलेनी हाँ
लमे तू ना वानी वे उपे मैं ना वैनी हाँ जे मैं तेरे को लूगमां मैं ता राजी खिरेनी हाँ
लमे तू ना वानी
मांगा रुठा वैंदा है मन मिनत मैं करेनी हाँ हटा नहीं सोना दिंगी मैं हटेनी हाँ
लमे तू ना वानी वे उपे मैं ना वैनी हाँ जे मैं तेरे को लूगमां मैं ता राजी खिरेनी हाँ
कोई बल्लाप बाल वैंदन देख के देनी वे कोलू लग देवी बाल वैंदन
मांगा सुता पिया है मांगा सुता पिया है पक्खा मैं चलेनी हाँ ओ चक्का पिया है ओ मुठी मैं करेनी हाँ
लग मैं तू ना वैंदने कोई मैं ना वैनी हाँ जे मैं तेरे को लूगमां मैं ता राजी खिरेनी हाँ
अब तू मंगा दे उननु मैं तू वैंदनी हाँ
काचु तू चाहा दे करके मैं चलेनी हाँ लग मैं तू ना वैंदने कोई मैं ना वैनी हाँ जे मैं तेरे को लूगमां मैं ता राजी खिरेनी हाँ
पर वैंदनी हाँ