भोज निकले लु घर से बहरिया
दाहिल चाला पूरा सहरिया
जान मार लागे फेवनियन लाले गाले रे
पागल कारे हीरनी चाले रे
लाल रंग सर्या करे बवाले रे
गीदी गीदी की गीदी गीदी की गीदी गीदी गीदी गीदी गीदी
रामपर्वेश
उपान का..।
मुस्यी की पे तोहरा लोग भोहे जाल बेदा
कितननदे कंखे मारे कर दे लो जओ.. बेदा
भोज गिले घाग्डिया
दसी� cooler जेलरो जाला दसीगी जैला
पुछ हान चान रे, हान चान रे, अरे हान चान रे, निकला के भोजरे समी बान रे, लाल रंग सर्या करे बावान रे
पुछ हान चान रे, हान चान रे, लाल रंग सर्या करे बावान रे
देखी ला गावे सब सूर्ताल रे, लाल रंग सर्या करे बावान रे