अरे संयाजी तुम कहा हो मैं खटिया बेहू राणी तबे गो काम करा राजा का भाई राणी तोहा लाइकवा रोआता तनी के चूप करावाना हम ना कराई कौके दर जनभा प्रैद कहेला कि ना करा इस सारे मूते लेदे ही पे हमाना धरा कम धम बाते ना बसलाई का पैदा करेला किरिम लगा लेलू तो मुन बड़ा करेला तोसे साधी कौके हम दुख में बहुते बानी हो तु खुश रहा यही ते यतना खटता नी हरही हे रहंता सब लोग तोह पे हासी हो अरे अमरे लाइकन से ये रानी हो देखिया तो पुरा ये गोगाम बोसी होअच्छा अच्छाचुनाये जाना ना तोह रहे भी ना मरजी के हम सोटी लालाइका पैदा कोरे खाती रातों दिना वहाँ खोटी लालाइका पैदा कोरे खाती ना रातों दिना वहाँ खोटी लाअवशटनदुर बेठ�ोयही जगला से ता घर भर में लाइका रागेलाजहां दिखा ये ने ओने घर में लाइका रहेलासब यही से मोके भाका भाक मसीन कहेलायही घर लागाता जैसे आरमी के से ना होतैयार कैला में बड़ी चूल बापसे ना होओ करते आजाई सामत जे तो हसे भीड़ जाईये सब चाई हैं जे बाडर पे युद्ध छिड़ जाईतोहार भाई ना समझा वस जाके आरे होउखूदे आदा दरजन पैदा कोईले बारे होका तोहार दादा इतना लाइका पैदा कोईले रहे होअरे हमारे दादा सबके घर में घूसके, सबके भौजा इनके पटाई ले रहे होखोली देला सिस्टम हमार, मसिनियो न धापेला, देके दरात फेरू, हरदियो न छापेलाखबू तू जवानराणी, हमाँ वह कहरा, तुहारा खाती सेनाटाई, यार पूरा कहराएकरनू काफान सुनिके बादे में तू डराबा, खरेमे रहिके राजा खाली लगी का पैदा कराबाखरेमे रहिके राजा खाली लगीइसका पैदा कर रहा था यह हमारे खांदानी असर हो पढ़ता जी ध्यान से तो लाग जाता नोकरी हो अगर जे पढ़ती तो तड़ापती गाउं के छोकडी होसारा छोकरीन के जिम्मदार तोहरे रहल का लगल रही फेरा में फिर भी कौनो पटल ना टूटल बनाता सबसे हमाई से बस जूटल बाएकटे पटल रहनी उलो सासुरी छूटल वा कहो कवले कपरी गैल तोहे उच्छारा हो इकुल तुबात रनिया कही हा मत दोबारा होका तोहरे पापा भी छिनर पने में आगे थे मेरे पापा जी एक वो जाइन लेके भागे थे ऐसे का देखे ला का बात तोहारा इरादा होऔर बढ़ावे के बाया पन वनस जो हम अपने पापा से कोई ले रही वादा हो अरे अब तो मांजार नहींतू तहावा राजाजी हो खान दानी छिनारा कोई ले छिनर पन खाली भूमी के तही जारालाइका पैदा कोई ले जानू होवे ये बुकाला पूरा गाम भरमे हमारे नहावे के बहालारहे लाहर दम खाड़ालालाके ला पिछे तु कही ओ हाथ ढावाघर में रही के राजा खाली लाइका पैदा करावाघर में रही के राजा खाली लाइका पैदा करावाअरे जाने मन खाटिया अंदर ले चलाडेर मोत बुला