दिदी अरे कोई काम जन्वा के खीसा
मन कर थूर दिही ओ करबती सा
हम के बुझे आनाडी खूद हो के खेलाडी
तो रले पाया करमत दिया दे
हमरे सख्या के
हमरे सख्या के
हमरे सख्या के
बना दी मदारी
काप है
हम नहीं जनन की कौरी का दारी
प्यार में अपना बना दी मदारी
हम ता सुचनी ना थोड़ा
ओहों पे ढालत रहे डोरा होला
अरकन के आई सन जद्धियारे
हमरे सख्या के
हमरे सख्या के
पटवले बाला भरव नती अरे
हमरे सख्या के
पटवले बाला भरव नती अरे
हरे रम डेंजर साफ़ा
बाडे ची हतरा
दिला वप हमरे
हमारा बढ़ा दे लेखा तारा
हरे रम टेंजर साफ़ा बाड़े छी हा तारा
दिला वप हमारा बढ़ा दे लेखा तारा
जीतु राजु समझाई हा फिर ना भीरी साटाई हा
बाटे उकाचे नार भर्दिया रे
हमारा सखिया के पटवले बाला भारवा नतिया रे