जन देन जन गोरंबाजार नहीं होता
अच्छा ! ऐसान बात बाता
ये तबार के जाज़़ार के
ये तबार के जाज़़ार के
लोग काछ कोले काछ नार कोहेला
लाले लाले हो मके आदार कोहेला
पुलिस बरसा सोन पुलिस बरसा सोन ना ड़री हो ठाने दार से जाज़़ार के
लोग भर हो रांग दार के जाज़़ार के निलाई जाई ये तबार के जाज़़ार के
सोरा के उमरीया में लाधेलू आग हो लाधेलू एक दोंबे धर्मवाला पाग हो
बेखलो से मन ना हटे
हर अंजन सा मराटे ना बुझात बाते हो
काहे पिछ पियूश चापटात बाते हो
चन जस रुपवा
चन लख़ रुपवा तु घूमो सवार के जाज़़ार के
लोग भर हो रांग दार के जाज़़ार के
निलाई जाई ये तबार के जाज़़ार के