लब पर नाते पाक का नगमा कल्बी था और आती है।लब पर नाते पाक का नगमा कल्बी था और आती है।मेरे नभी से मेरा रिष्टा कल्बी था और आती है।मेरे नभी से मेरा रिष्टा कल्बी था और आती है।पस्त वो कैसे हो सकता है।जिसको हक ने बुलंद किया।पस्त वो कैसे हो सकता है।जिसको हक ने बुलंद किया।दोनो जहान मे उनका चर्चा कल्बी था और आती है।दोनो जहान मे उनका चर्चा कल्बी था और आती है।दोनो जहान मे उनका चर्चा कल्बी था और आती है।दोनो जहान मे उनका चर्चा कल्बी था और आती है।और किसी जानिब क्यों जाए। और किसी को क्यों देखे।और किसी जानिब क्यों जाए। और किसी को क्यों देखे।अपना सब कुछ गुम्बद खजरा।कल्बी तार आदि है।अपना सब कुछ गुम्बद खजरा।कल्बी तार आदि है।फिक्र नहीं है।हमका कुछ भी नहीं है।दुख की दूप कड़ी तो क्या, फिक्र नहीं है हमको कुछ भी।दुख की दूप कड़ी तो क्या, हम पर उनके फजल का साया, कल भी था और आदि है।हम पर उनके फजल का साया, कल भी था और आदि है।हम पर उनके फजल का साया, कल भी था और आदि है।कल भी थार आदियेबतलाद गुस्ताः खेल नभीकोंघैरत मुसलिम जिन्दा हैबतलाद गुस्ताः खेल नभीकोंघैरत मुसलिम जिन्दा हैदीन पे मर मिटने का जजबाकल भी थार आदियेदीन पे मर मिटने का जजबाकल भी थार आदियेतै करते हैं नाम से उम्केतै करते हैं नाम से उम्केदश्ते हयात की हर मन्जिलीतै करते हैं नाम से उम्केदश्ते हयात की हर मन्जिलीदश्ते हयात की हर मिटने का जजबाकल भी थार आदियेआश्यों को उम्का सहाराकल भी थार आदियेजिन आखों ने तैपा देखा, वो आखे बेताब है फिर।जिन आखों ने तैपा देखा, वो आखे बेताब है फिर।उन आखों में एक तकाजा, कल भी देखा।उन आखों में एक तकाजा, कल भी देखा।लब पर नाते पाक का नगमा, कल भी देखा।लब पर नाते पाक का नगमा, कल भी देखा।