प्रेमिशाथ्यों बाजशा शाहजान से कहते हैं
महराज मैं फाशी का हगदार हूँ
मेरा नाम प्रत्विशिंग है रजपूतो किशान हूँ मैं
मैं एक बार अपनी जनम भूमी के दर्शर करना जरूर सहता हूँ
आपकी इच्छा होत जाता हूँ
प्रेमिशाथ्यों ख्यालात बदल देता है
आंदी धक जोर के रख देती है प्रत्विशिंग को
दरबाजे पबाद लगाते हैं उधर
गुंटा खड़ी किरनमई हो जाती है
आरते का थाल लेकर खड़ी है संधेशकर
गुश्य में काफूर है प्रत्विशिंग
बात नहीं करते मेरे माणवारों
और आये मुलकात होती है
लेकर आ रहें मनोज मोर अलिगर से
और भाई सत्पान नादर काम भुनना जातान बुलंशर से
क्यूं मुखडा मोड लिया
पिया के गलती मारी
कर यार ता प्यार का जिस ते जोड़ी आरी
क्यूं मुखडा मोड लिया
पिया के गलती मारी
कर यार ता प्यार का
जिस ते जोड़ी आरी कर यार ता प्यार का जिस ते जोड़ी आरी
सपने में भी पिया मेरा जग में प्याराना
तेरी मच्चा में गोरी एब मेरा गुजाराना
धारे बिन दुनिया सुनी मेरा और सहाना
जब आती ना कली धूर मदरे मिलू फ्यरी दुमाराना
प्यासने बिचाराना के जुलम हुआ भारी
भोटी काल्या कह दे दे
फ्यासने बिचाराना
मेरी ना भूल के जुलम हुआ भारी
दिलाटे कटारी कर यारत प्यारे का जिसते जोड़ी आरी
जी हां राम बीठे के दार वे भाई दिनेश वे राम मनबीर
तीनों दोस्त इस रागनी पर इकिस और इकिस और पे मान समान करते हैं
तीनों दोस्तों के लिए मैं तैय दिल से धन्वाद करता हूँ
धारी भूआने मांगे कटारी और पटका
महरि भूआ कौनी लगे मत भटके नरी भटका
महरि भूआ कौनी लगे
सुन बात पिया थारी लगया हिरते में जटका
कली तक तो डेली में बदकार मिटे खटका
मज़धार पिया लटक्या हुई संग में गदारी
पति वर्ता जाने था तेरी देखी गदारी
करयारत प्यारे का जिस ते जोडी आरी
पति वर्ता जाने था तेरी देखी गदारी
भगवान शाक्षी है पिया क्यों करते तंगी
घर सेरी खान सोया बन तेरा सत संगी
ना गैर पुरुष देखा हरी सची अरधंगी
दिल देख लिया कैसे जंगा पेल पंगी
सती हुई नहीं नंगी पिया कसम सभी धारी
यूटी तेरी कसमें मन सरत सभी हारी
करियार ता प्यार का जिस ते दोडी आरी
॥ जीहां शिरी ओंग पार सिंह एहरवरी Corporation से range 21.
प्यार करते हैं और बाई बीरेंद्र सिंह प्रधान एहरवरी Corporation से इस ऐसा पर 11 पर शमाल करते हैं उन्हें वाले हां इए
॥ झाल
॥
मन जनमी भूम देखी सकल मत अपनी दिखलाना
मन जनमी भूम देखी सकल मत अपनी दिखलाना
सावित्री की तर्यां छुट्टा पिना खना
चुलु भरी पानी में कहीं डूबिक बर जाना
चुलु भरी पानी में कहीं डूबिक बर जाना
सत्पाल ये दो गाना
सत्पाल ये दो गाना
गजपालिश रोरा में गाने की कलान्यारी
कर यारत प्यारे का जिस ते जोडि आरी
क्यूं मुखडा मोड लिया पिया के गलती मारी
कर यारत प्यारे का जिस ते जोडि आरी