क्यों जुकी जुकी है पलके
मेरी जान ये बात क्या है
जुकी जुकी है पलके
मेरी जब ये बात क्या है
मेरे दिल मैं कैसे कह दूँ
मुझे प्यार बोला है
क्यों लुकी जुटी है पलके
तुझे देखने की पातिर तेरे दर पे आ गए हैं
के बहार की दुबां से तेरा ना
प्यार बोला है क्यों लुकी जुटी है पलके
मुझे प्यार बोला है पलके
क्यों लुकी जुटी है पलके
ये खटा भी आज हम पर मोटी
लुटा रही है
हमें देख कर कनी भी सर को धिना रही है
मेरे दिल की बात सुने ये आवा भी आ रही है
ये गगुं भी देखता है
देखे तो हर जी क्या है क्यों लुकी
जुटी है पलके
मेरी जै ये बात चाहे क्यों लुटी
जुटी है पलके
ये शरम न हम से कीजे हम जी तो है तुम्हारे किरनों से मांग भर दे कर दो अगर इशारे
लगा रहा है नह मा बस में नहीं हमारे
मौसम
जूनी तो हर जुता है मेरे दूँ मैं कैसे कह दूँ मुझे प्यार हो गया है
जूनी तो हर जुता है मेरे दूँ मुझे प्यार हो गया है
जूनी तो हर जुता है मेरे दूँ मुझे प्यार हो गया है