लगने लगा है सब कुछ अज्ञनवी सा लगता है मन कहीं ना
तू भी गई है हमको भूल ऐसे जैसे थे हम कभी ना
दिल मेरा ना जाने कि इन उमीदों में है बस अंधेरा
हो शुरू बस तेरे ही खयालों से हर सवेरा
क्या तू मेरे बिना भी मुस्कुराती है या के खिलाती है जाना
क्या तू मेरे बिना भी दिल नगाती है
आँसु बाती है जाना क्या तू मेरे बिना
खुद को सजाती है पैसे शर्माती है जाना
क्या तू मेरे बिना
तुमने कहा था चेहरा मेरा कहीं दिख ना पाए
कह दो वो सच नहीं था
कैसे करूँ मैं रावता इस डर के मारे
राहा ना हक चो मेरा
आज चल चलें फिर से उन राहों पर
बादा करें ना लडें उन बातों पर
कोई हिला ना रहे तू सराखों पर
बस तू भरोसा कर यकी में रहे
क्या तू मेरे बिना
दे मुस्कुराती
है या केखिलाती
है जाना
क्या तू मेरे बिना
दिगल हगाती
है आँसुबा
आती है जाना
क्या तू मेरे बिना
खुद को सजाती
है पैसे
शरमाती है जाना
क्या तू मेरे बिना
क्या तू मेरे बिना
आज चल चलें फिर से उन राहों पर वादा करें ना लड़ें उन बातों पर
कोई ला ना रहे तूसर आखों पर बस तू वरोसा कर यकी में रहे रादों पर
आज चल चलें चल चलें वादा करें दा करें कोई ला भी ला
बस तू वरोसा कर यकी में रहे रादों पर