प्रेमी साथियों, ये रागणी आपके बीच में पिर्थ्वी सिंग और किरणमाई के पिछेजी और मोका रहेगा कि जविश, पिर्थ्वी सिंग को हाशी का हुकम सोना दिया जाता है।
और पिर्थ्वी सिंग को कूछा जाता है कि तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है, तो पिर्थ्वी सिंग कहता है कि एक बार मुझे अपनी पत्नी से मिलवा दो।
अब तो इयायत के अनुसार पिर्थ्वी सिंग अपनी पत्नी के पास आ जाता है।
और पिर्थ्वी सिंग क्या जवाब देते हैं, सुनिए।
अब तो इयायत के अनुसार पिर्थ्वी से मिलवा दो।
सेरी खान, सेरी खानी तने, सेरी खानी तने
के पता, क्यों लग्या, गीत प्यारा वो
सेरी खान, सेरी खान, सेरी खानी तने, सेरी खानी तने
प्यारावो
सेरी खान, सेरी खान, सेरी खानी तने
लेकिन पिया जी मैं तो किसी सेरखान को जानती तक नहीं हूँ
मेरी बात सुनिये
क्या खता हो गई मैंने जानी नहीं
क्या खता हो गई मैंने जानी नहीं
तेरी लुकमा रही, बेयी मानी नहीं
क्या?
तेरी लुकमा रही, बेयी मानी नहीं
कर शिकायत इसी ली का ढुपिया
मेरी जान, मेरी जान, मेरी जान तनै
सेरी खान, सेरी खान, सेरी खान तनै
पिया मेरी वभा पेना, दोश लगा
पिया मेरी वभा पेना, दोश लगा
वभा पैना दोस लगा
बदी मासी मेरे संग कर दी दगा
एक ते रे सिवा दूजा दे ख्या नहीं
इंसान, इंसान, इंसान मने
एक पता जू लगा थी ते प्यारा वो
सेरी खान, सेरी खान, सेरी खाने तने
तेरी बदमासी का मुझे नहीं बल्कि भरे दर्वार में पता चल चुका है
लेकिन प्यार जी, आप मेरा यकीन करो
मैंने तो अपनी जिंदगी में सिर्फ आप से प्यार किया है
मैं तो किसी मुसलमान तो किसी सेरखान वो जानती तक नहीं हूँ
तूने जानी कदर ना मेरे प्यार की
तूने जानी कदर ना मेरे प्यार की
तूने सेवा करी सेरी खान यार की
तूने सेवा करी सेरी खान यार की
तुझे मेरी कसम क्यूं बताया खसम
मुसलमान, मुसलमान, मुसलमान तने
मैं यूछ नहीं कहता किरन मही
तेरा यार वो मुसलमान कथान है
नहीं त्यार जियो, ऐसी कोई बात नहीं है
अगर ऐसी कोई बात भरी तो सेर खान के पास
मेरी जो तेरे पास में निशानी रखती थी
वो निशानी शिर्ब तेरे पास भी
दोस्त मेरा नहीं ना
खतावार में
कली फांसी लगे मुझे दरिवार में
कली फांसी लगे मुझे दरिवार में
कह राज कुबर पिया बोली जबर
ये जुबान तन है
के भाता त्यू ले जा दी ते प्यारा वो
शेरिखान तन है
क्या था साव देवता
बेमान, बेमान, बेमान मने
शेरिखान, शेरिखान, शेरिखान तने
बेमान, बेमान, बेमान मने
बेमान