क्या हाले सुनामा दिलेदा कोई महरम राजे न मिलेदा
क्या हाले सुनामा दिलेदा कोई महरम राजे न मिलेदा
मुँ धूण मिटी सिर पायों सरा नंग नमूस बन जायों
कोई पुछन न बेडे आयों
खतों उलटा आलम किले राजे कोई महरम राजे न मिलेदा
आया बार मिरों सर बारी लकी हो हो शैर पारी
रोंदे उबर गुजारम सारी ना पायम डस मंदिल राजे
कोई महरम राजे न मिलेदा
कोई महरम राजे न मिलेदा
कोई महरम राजे न मिलेदा
पावे सूल निखावे दुख पावे सूल निखावे
ये हो तोर कैंडे बे दिल राजे कोई महरम राजे न मिलेदा