खून का रिष्टा नहीं बदलता
या दुनिया कहती आई से
कुन्ती ना मुझे मां कहते मैं तेरी जन्मी माई से
खून का रिष्टा नहीं बदलता
दुनिया कहती आई से
पुन्ती ना मुझे मां कह दे मैं तेरी जन्नी मारी से खून का रिष्टा नहीं बदलता
दुर्वासा का वसी मंत्र मन देख्या था जमा के फिर बजन में बैठ गई थी सच्चा ध्यान लगा के
बेटे कामर दान दिया था सूरज दिवन आके
कुवारी संग्या थी मेरी मैं कांप गई घपरा के
बहुत कही पर सूरज देवने कोन्या करी सुनाई से
पुन्ती ना मुझे मां कह दे मैं तेरी जन्नी
माई से
तेरी जन्नी माई से
पेरलाल मने नो महीने का मुश्किल टेम विटाया
इतनी खोटी गड़ी थी बैरान
जिसमें तु मन जाया
तेरे होड मैं खुशी के बदले गम का बदल चाया
लोग लाजते दरके फिर तु गंगा बीच बहाया
मौते बेटा
जुदा हुया
मेरी कोन्या पार बसाई से
पुन्ती ना मुझे मा के दे मैं
तेरी जन्नी माई से
तेरी जन्नी माई से
मौते बेटा की पेज़त कारण बन गे थी निर्मोई
दिल का दर्द रहा दिल में ना बुझनिया था कोई
कर कर के तुझे लाजते
कल यद मैं मन ही मन मैं रोई
पड़े काटनी इस दुनिया मैं जैसी जिसने बोई
सब तरिया लाचार हुई
सब तरिया लाचार हुई
मेरे सर पे होणी छाई से
पुन्ती ना मुझे मा के दे मैं
तेरी जन्नी माई से
तेरी जन्नी माई से
तेरी जन्नी माई से
माण सिक्किना
माण सिक्किना
पेस चल जब होणी दे लेगे
माण सिक्किना
माण सिक्किना
कर दे माफ कसूर आज तक जितना बेटी मीरा
कर दे माफ कसूर आज तक जितना बेटी मीरा
कर दे माफ कसूर आज तक जितना बेटी मीरा