कुछ ऐसे गिर पड़े हैंकोई सहारा ना मुझे को मिलापी रहे हैं जाम गम केतुझे चाहा मग तू ना मिलाकुछ ऐसे गिर पड़े हैंकोई सहारा ना मुझे को मिलापी रहे हैं जाम गम केतुझे चाहा मग तू ना मिलातुझे को चाहा दिल से मैंनेपर तु तनहा मुझे क्यों कर गयातुझे से मांगा प्यार मैंनेपर ये दैद दिल में उतर गयाकुछ टुकडे बस बचे हैंजो सीडे मिले के भटक रहाकर रहे हैं बाते खुद सेतू साजना क्यों मेरा ना रहाकुछ ऐसे गिर पड़े हैंकोई सहारा ना मुझे को मिलापी रहे हैंजाम गम के तुझे चाहामगे तू ना मिलारूबा रूबस कम है तेरेबस तू ना है मेरे पास मेंबै रहे हैं अश्क्यों मेरेरह गए बस सूने रास्तेमहसूस कर मेरे प्यारी कोमहफूज हर तेरी आद वोकुछ पल जिये हैं तेरे साथ जोबस इतना ही मुझे पे कर्ज हैक्यों है दैद है क्यों ये फासल हैतू मेरा ना रहा तोक्यों ये ब्यास हैथा प्यार या कोई फरेब थातू जूटा सही तू मेरा प्यार हैकुछ ऐसे गिर पड़े हैंकोई सहारा ना मुझे को मिला ही रहे हैजाम गम के तुझे चाहामगल तू ना मिलाकुछ ऐसे गिर पड़े हैंकोई सहारा ना मुझे को मिला ही रहे हैजाम गम के तुझे चाहामगल तू ना मिला