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Kop Bhawan Me Kyu Padgi Aaj Meri Pingla Pyari

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Suresh Gola

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Lời bài hát: Kop Bhawan Me Kyu Padgi Aaj Meri Pingla Pyari

Nhạc sĩ: Suresh Gola

Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650

प्रेमी जातियों
मौका पिंगला और भर्तरी के
लिशे से
और हवाला
कि जवो पिंगला
महल के अंदर
तिरिया चरित्र फैला देती है
उधर विक्रम
अपने बड़े भाई भर्तरी से जा करके
पिंगला की असलियत साप साप खोल करके बताता है
भर्तरी को विश्वास नहीं हुया
और कहना गया
अगर राणी पिंगला
किसी निकली
और तेरी बात सच निकली
तो आज भाई जैसे तू कहेगा
वही सजा राणी पिंगला को दे दूँगा
अगर जूत निकली
तो राणी पिंगला जो कहेगी
वह सजा तुझे में लेगी
दर्वार से भर्तरी महलों में आया
राणी पिंगला
जो बुरे हाल में पढ़ी है
जिसने तिरिया चरित्र
जाल भड़ा रखा है
अपने केसों को बखेर रखा है
कपड़ों को भाल रखा है
नीचे पड़ी है
और प्यार से किस तरह से पूछते हैं
बाकिया वाला रागणी में
आईए सुनते हैं
औरे कोप भवन में
क्यूं पड़गी
पिंगला
कहिए प्यार जी
आज से पहले इस तरह का जाल
और इस तरह का हाल तुन नहीं बना
लेकर आज मुझे साप साप खोल करके बता दे
आज से पहले मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ भी नहीं था
तेरी यहालत किसने की
अगर तु शब्स बयान करेगी तो जो तु कहेगी
मैं उसे वही सजा दूँगा और सुन ले मेरी बात
कही अपनी बात और मेरी सुनिये
और एक कोप भवन में क्यूं पड़गी
आज मेरी पिंगला प्यारी
हे रे भाईया किसू
तेरे भाई ने मेरी अबरातारी
हे रे कोप भवन में क्यूं पड़गी
आज मेरी पिंगला प्यारी
हे भाईया किसू
तेरे भाई ने मेरी अबरातारी
हे भाईया किसू
तेरे भाई ने मेरी अबरातारी
हे भाईया किसू
हे भाईया किसू
हे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
तेरे भाईया किसू
लाके भाग लिया पांदी ने दबोट लिया होता
सुनके जुटा तोस चली से निरे जिगर पैयारी
अपना मरन जगत की हासी हुई इसला चारी
हो, हो, हो, हो, हो, हो, हो
शर्मा जी का बहुत बहुत अविनंगन, बहुत बहुत आसिर्वाद
ओरे निरलज होके जूटे बोलती, शरम कति आती कोण्या
तू कैसा भरतार नार का, बिगडी में साथी कोण्या
जान गया मैं पापन तू तो भिगरमन चाती कोण्या
तुम दोनों की बणू लुगाई, ओरे बड़ी चाती कोण्या
ओरे तर तर चले जवान तरी तक तर तर चले जवान तरी मैं
शर्मा जी का बहुत बहुत अविनंगन, बहुत अविनंगन
समझ गया मकारी
वो ठाट में हीडी थी न्यू धर्पी पे दे मारी
सीजे सादे मेरी मा के जाये विक्रम भाईने
इस तरह का दोस्त लगा रही है तुम्हा
तुझे सोच समझ करके बोलना चाहिए
सोच समझ के बोल रहे हूँ पती
अच्छा
भाई सराभत अलीट लगो वाले
वो हमारी रागणियों के उन सेश
सेश मैन है वो भी इस रागणियों पर
इतीस रपे से सम्मान करें भाई का बहुत बहुत धन्वाद
अरे हो खामोश होस मैं आजा
क्यों करती बखवाद दिखे
दने महल में सांड बालिके जोड दिया आजा दिखे
समझना चाहिए छोटा देवरे अपनी किसी अलाद दिखे
वो हुया इष्ट में छूर पिया किसी दी करता इमदा दिखे
अच्छा
होया इश्क मैं चूरे पिया किसे की करता ही बदा दिखे
अरे दिर्दोशी के दोश लगा के दुख भोगे की कलहारी
हाथ पकड इसा जटका मारा चूडी जारी सारी
अरे दिर्दोशी के दोख भोगे की कलहारी
मेरा भोज़्यूंगी मेरा ना जीने का रास है
ओरे तेरी कहानी सुनके राणी मेरी छाती के मगास है
बेशक पूजली पांदी ते साथी मेरी गवास है
बेशक पूजली पांदी ते साथी मेरी गवास है
ओरे रामपले उने मजबुदी
मजा चक्खा दूं राम पाले उन्हें मजा चक्खा दूं लेटूं सब बेमारी
जो भाई के मुँ मैं आ गया तो दून्यारा में न्यारी
औरे कोप भवन मैं क्यूं पढ़गी
कोप भवन मैं क्यूं पढ़गी आज मेरी पिंला प्यारी
भाईया की सुन तेरे भाई ने मेरी आबरातारी

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