पहला रात सैंया बोरी आरी
रतिस नम्लखना को कहें
दिल
पदिन विगणता रौंग ढाज राजाजी
आरे तरत पोजीना
Music Zainab Kesh
तोड़ा उमरीया के नाज़ुक बदोनीया यही उमरी में पढ़ोडा परसोनीया
सुना सुना ये हमर राजा
नाही गहला बले तारा माजा
कारे लगता है हमके तारा राजाजी कोबाल कमर में देला तरात राजाजी
हमसे परसाने होगल बाने
Music Zainab Kesh
सुना चाहेणा हर पल तोहरा के प्यार हो
जबर्ज करपाता हो इकार हो
जैप्रकास राज भीरी न साता
नाही होई बरदास दुरहाटा
अरे परसानी बहुत बड़ बाद