हही शोको छहरा मिलाखाबो, ख्यालो, हाही शोको छहरा मिलामेरे होने का मतलब मिलाकोई मिल गया, कोई मिल गयाहाँ कौनु मिल गया, कोई मिल गयाहौँ, हो, हो...यू तो हम तुम मिलने को मिलते रहेपर क्यों आज ऐसा लगा कुई मिल गयाकुई मिल गयाहां, कुण मिल गयाकुण मिल गयाहां, पून मिल गयाहां, पून मिल गयाकुई मिल गयामुझसी मिलकर क्या होता है ये पतलाओनाये पतलाओनाबात ये हम कानों में कहेंगे पास में आओनापास में आओनाजो बात तुम कहोगे वो बात मैं भी जानोये पास में आने की मैं बात नहीं मानूसुनो ना, सुनो ना, सुनो नायू तो बाते करने को करते रहेपर क्यों आज ऐसा लगाकोई मिल गयाकोई मिल गयाहाँ कौन मिल गयाकोई मिल गयाआकर मेरे पास में तुम होजाकर भी हो पासजाकर भी हो पासइस एहसास के जैसा कोई और नहीं एहसासऔर नहीं एहसासये जो भी हो रहा है क्यों जानता नहीं मैंअपने ही दिल की बातें पहचानता नहीं मैंपहचानो पहचानो पहचानोदिल तो अपना पहले भी धड़का कियापर क्यों आज ऐसा लगाकोई मिल गयाकोई मिल गयाकौन मिल गयाकोई मिल गयाखावों, ख्यालों, खाहिशों को छहरा मिलापर क्यों आज ऐसा लगाकोई मिल गयाकोई मिल गया