किते शायर बन जा मैं
ते गीत लिखी जाओं तेरे हासे मोतियानु
शब्दां च चिनी जाओं किते शायर बन जा मैं
ओओओओ
ओओओ
खां किसे दा जो ना आया मेरे हिसे
कुछ अपने फटवीने खुले पहले हुँ वीरसे
नाम बेपरवाहांदा
मैं दिल ते खुणी जाओं
ते शायर बन जा मैं
ते गीत लिखी जाओं
तेरे हासे मोतियानु शब्दां च चिनी जाओं
किते शायर बन जा मैं
ओ सोणी बढ़के निकली है
उने कजड़ पोणी सिखली है भीवानी है काईनाद यारो असे पासे पौंधी किकली है
खिसे घबरोदियां सद्रांदी चादर मैं बुनी जाओं
ते शायर बन जा मैं
ते गीत लिखी जाओं तेरे हासे मोतियानु
शब्दां च चिनी जाओं किते शायर बन जा मैं
हो जाओं जे औकात लिखां गल बात लिखां जज़बात लिखां
मैंनु नीद ना आवे लिख देनूनी मैं जाग के सारी रात लिखां
कुछ सुपने ख्वाबानु
अखां चों चुनी जाओं किते शायर बन जा मैं
ते गीत लिखी जाओं तेरे हासे मोतियानु
शब्दाँ चुछी जाओं
किते शायर बन जा मैं
हो हो हो
कोई रोंदे नु आरां मिले
कोई दुपेर नु
एक शाम मिले
जो इश्क रहायद वाटे सी उस इश्क नु भी कोई ना मिले
आशिक तो सुनी जाओं
किते शायर बन जा मैं
जेडे अपने आतों विछडी गए ते दर्यावां तो निखडी गए
किचके ले गई नोकरीयां तालेरां दी तप विच निछडी गए
ओनादियां चिठीयानु
एड़ पिंड मैं हुनी जाओं
किते शायर बन जा मैं
शायर बन जा मैं
किते शायर बन जा मैं
प्राइफ निकडी गए निछडी गए निकडी गए शायर बन जा मैं