जैश्री शाम, जैश्री शाम, जैश्री शाम, आदा शाम
किसमत वाले हैं, पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले हैं, पाया जो हमने शाम का प्यार
किस दिल ने ढूंढ लिया है, सच्चा दिलदार
किसमत वाले हैं, पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले हैं, पाया जो हमने शाम का प्यार
जब सिर्फ आपको प्राप्त करने के लिए प्राप्त करें
जब से इसने हमको अपनाया अपना बना के माने है दिलवाया
अपने पराये अपना कहते हैं हम तो शाम की शरण में रहते हैं
अपने पराये अपना कहते हैं
जूठे रिष्टों की हमको अपना दरकार किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
जूठे रिष्टों की हमको अपना दरकार किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
किसमत वाले है पायार
जूठे रिष्टों की हमको अपना दरकार किसमत वाले है पाया जो हमने शाम का प्यार
आजाओ प्यारे तेरे भी होंगे वारे न्यारे
रोमी ने शाम से पाई खुशिया आपार किसमत वाले है
पाया जो हमने शाम का प्यार
इस दिल ने ढूंढ लिया है, इस दिल ने ढूंढ लिया है
सच्चा दिलदार किसमत वाले है
पाया जो हमने शाम का प्यार
इस दिल ने ढूंढ लिया है, इस दिल ने ढूंढ लिया है
वाले हैं आया जो हमने शाम का प्यार