टारावेहटारावेहा जिव मु पड़शे मारेटारावेहा जिव मु पड़शे मारेटारावेहा जिव मु पड़शे मारेकेवो नसीब छे आमारोतने किमत नथी न मारी किसमत नथीटारावेहा जिव मु पड़शे मारेहद थी वधारे करो मैं तने प्यारपण किसमत मा नथी मारा तू यारप्रेम मारो समझे नही तू तो लगारभाई बंद छोड़या ने छोड़या मैं गर्बारकिवो नसीब छे आमारोतने मोहबत नथी न मारी किसमत नथीतारा विना जिव मु पड़शे मारेदिल तोड़वू हा तू तो केम करेव प्रेमराखी है ती जानू मारा जीवनी जेहा चोहत प्रेम तू समझी नही केजिनज़िगी बगाड़ी ते करणा रहेकिवो नसीब छे आमारोतने मोहबत नथी न मारी किसमत नथीतारा विना जिव मु पड़शे मारे