खुला के रहा तारू का है मुहे धानी
कुछ कहलो पबुलत नहीं खुले धानी
खुला के रहा तारू का है मुहे धानी
कुछ तारू पढ़ाए त्लहरां के काहे कनिया थे
सुनबा
नाया नाया किल के लथवनिया देवे लाव सवटी निया थे
नाया नाया किल के लथवनिया देवे लाव सवटी निया थे
बहत मने लो ना ये राजा
फुटान ही बड़ी कहे लो ये जाजा
अगित वान जान बाड़ू हूँ
बाड़ू चोकर में जाना ना गिनिया के
आरे ना यह ना याकिन के ना थुनिया के वेला साउती निया के
शाहिद पिया सुना या साणी
लुटा भसा रोकर पमानी
शाबुला का यो
एधानी बड़ी स्पा के बड़ू हूँ
हमारा खाती ला के बड़ू हूँ
पहना ना पहना पिया जुली ना हते
आहा जुली ना ते
नाया नाया किन के लथनिया देवे लसाउती नहीं आके