की
हो इचे
तुम्ही आशाते
की होलो चले जावाते
मन तो
कखनो
मन हारा आइनी
की हो इचे तुम्ही आशाते
की होलो चले जावाते
भाजार नदी सोभी ये जाए,
तभु सादोर
के हारी ये जाए
आम खिला,
आम आछी,
आमी रभु, आमर छरा
तुम्ही आकाशे रेक्ती तरा
कोखनो जारे,
कोखनो हाराई,
कोखनो अधारे
बिशे जाए
की हो इचे तुम्ही आशाते,
की होलो तुम्ही जावाते
सहरारी जोधी मेख पासे,
तभु मोरो के
बारी चा,
आम खिला,
आम आछी,
आमी रभु,
आमर छरा
पुलो
छले जावाते,
बन्तो
कोखनो बन्हारा हरी,
तुम्ही आशाते,
की होलो
तुम्ही जावाते,
की हो इचे,
तुम्ही आशाते,
की होलो
छले जावाते,