अमीरे शहरिका दर्बार छोड़ देते हैं
के सोने चान्दी की दीवार छोड़ देते हैं
उनही के सरी पे चमकती है जिष्टिया पगडी
जो इश्के फाजमे घरिबार छोड़ देते हैं
उन्हें से उन्हें आप फिल्टस दिल्कृति चर्ण में दर्बार जते हैं
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सुदम्न शाहुर के सद्के में अल्लाह का करम हम सब फर है।
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शाहि उमम के सद्भे में अल्ला का करम हम सब परिय है।
वाजा पिया के रहम करम से भिन्दि तारा मुनब्परिय है।
वाजा की इनायत घर घर है।
वाजा की इनायत घर घर है।
पाजा की इनायत घर घर है
शाहि उमम के सदके में अल्ला का करम हम सब पर है
पाजा पिया के रहम करम से हिंदी तारा मुनवर है
पाजा की इनायत घर घर है
पाजा की इनायत घर घर है
पाजा के दम से बारिश इमान हो गई
भारत की सरदमीन मुसल्मान हो गई
पाजा के दम से बारिश इमान हो गई
पाजा की इनायत घर घर है
पाजा की इनायत घर घर है
पड़कर कुरान हाफ़िज कुरानी हो गए
भरीमान जोत हाफ़िज कुरानी हो गए
भरीमान जोत हाफ़िज कुरानी हो गए
भरीमान जोत हाफ़िज कुरानी हो गए
जामन तुम्हारा हातो में आते ही अभाजा
चलके विकारी आजके सुल्तानी हो गए
वाजा की इनायत घर घर है
वाजा की इनायत घर घर है
वाजा की इनायत घर घर है
सर को जुकाए दर्पे खणे है महाराजा
सर को जुकाए दर्पे खणे है महाराजा
अखने वतन को जोड करी बस आगए वाजा
वाजा की इनायत घर घर है
पाजा की इनायत घर घर है
दर्बार में सरकार की ये देखा गया है
लेने के लिए जो भी गया उसको मिला है
दर्बार सकी दात का हर वर्च खुला है
ये वहाँ का सच्चा है के दुनिया ने कहा है
पाजा की इनायत घर घर है
पाज़ा की इनायत घर घर है
पाज़ा की इनायत घर घर है
पाज़ा की इनायत घर घर है
पाज़ा की इनायत घर घर है
ख़ाजा की नायत घरगर है।
आपका पैद करम जिस पे इनायत करते।
आपका पैद करम जिस पे इनायत करते।
आपका पैद करम जिस पे इनायत करते।
आपका पैद करम जिस पे इनायत करते।
दिलों में प्यारी की शम्मा जला दिया तूने।
अन्धेरा जुल्मों से तमका मिठा दिया तूने।
सबक खुलूस कदे कर जफा परस्तों को।
वपा की राह में जलना सिका दिया तूने।
वाजा की इनायत घर घर है।
सबक खुलूस कदे कर जफा दिया तूने।
सबक खुलूस कदे कर जफा दिया तूने।
वाजा की इनायत घर घर है तूने।
महन्ता जगः जो भी वहाँ पा गए सबकुछ।
महन्ता जगः जो भी वहाँ पा गए सबकुछ।
महन्ता जगः जो भी वहाँ पा गए सबकुछ।
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