कन्दे पर सर रखना, हाथों में हाथ चलनाइल्म में बसे हैं खुश्यों के परबिन बात यूँही हसना, इशारों में कुछ कहनाइल्म में बसे हैं खुश्यों के परमुश्किले तो आई, सागर को ले डूबेसमय भी रुका, पर तुम ना हुए मुझसे कफरनए सपने सजाना, तारीके याद रखनातुम में बसा है मेरा आज और कलघंटों बात करना, कामुशी से कहनामुझे मिल गया है मेरा हमसफरखोया था तुमको मैंने एक बारपर किया था तुमने मेरा इंतजारलेज दुनिया ये रोज बदलतीफिर भी ना बदला तुम्हारा प्यारमुश्किले आएंगी तुफान की लेहनेकलतिया जितनी भी मैं तुमसे ना होंगी कभीख़फाकभी ना होंगे फिर जदाकभी ना होंगे जदा