तेरी असिक कज़बू है खिलती सुभासे मिलूं मैं
सांसों में आज भी खुशबो तेरी बासी है
दिल से निकलती राहें तेरी महद मिलाएं
माना कि राते लंबी पर दिन तेरा लाओं लाएं
खुशी खुशी खुशी के साथ मेरे जीने का है ये हास
तेरे संग खिलते अर्मान ये पल है खुशीयों का जान
तेरी है जो बाते दिल को बहलाएं
पिंजल मिल रातों में मेरी आँखें मुसाका
तुम साथ हो तो फिल क्यों कोई हम साथ आए
मित्ती की खुश्बू जैसे दिल का आंगा महकाए
खुशी खुशी खुशी के साथ मेरे जीने का है ये हास
तेरे संग खिलते अर्मान ये पल है खुशीयों का जान
खुशी खुशी खुशी के साथ मेरे जीने का है ये हास
तेरे संग खिलते अर्मान ये पल है खुशीयों का जान
खुशीयों का जान