लोजिक बाई छोटो बाबाछोड़के चली गई लो हमके एहाल मेंजान खुस बाड़ जाके ससुराल मेंछोड़के चली गई लो हमके एहाल मेंजान खुस बाड़ जाके ससुराल मेंतोहरा जैते सारा सपना चकनाचूरी होगा इल्दतोहरा जैते सारा सपना चकनाचूरी होगा इल्द जानलागे परान देख से दूरी होगा इल्द जानसास में बासल बायरू तोह रके कैसे भुलाईहाँ परछाई हाँ मर कैसे दूर तोह से जाईतनहा तेरे बिना कैसे अकेले रह रहे हैं हमतनहा तेरे बिना कैसे अकेले रह रहे हैं हमसिदम जालिम जमाने का खुशी से सर रहे हैं हममहब्बत में जान देखो चरा मेरी उफ़ादारीतुमने धोखा दिया हमको किसी से ना कह रहे हैं हमसास में बासल बारू तोहरा के कैसे भुलाईहव पर छाई हामर कैसे दूर तोहसे जाईसायद हमसे कौन गालाती जरूर हो गईसायद हमसे कौन गालाती जरूर हो गईजान लागे परान देह से दूर हो गईMusic by छोटो बाबाजान दुर गलाल दिवाना और संच है निर्मोहेसच हुकम लेस सोनी जान तो है हर दम जोहीदवा से कम नहीं होते चंद कुछ रोग ऐसे हैदवा से कम नहीं होतेचंद कुछ रोग ऐसे हैकुछ रोग ऐसे हैं, पैसे भी प्यार बीचे हैं, दुनिया में लोग ऐसे हैंलुटा कर मैं चला आया, खुश या कुछ लोगों के खातिर, मुझे बस गम ही मिलता हैमेरे संजोगी ऐसे हैं, मेरे संजोगी ऐसे हैंजान दुर्गलाल दिवाना, और संज है निर्मोही, सच हुकम लेस सोनी, जान तो है हर दम जो हीकाहे खातेरे तो हर दिल मज, बूरी होगा इल जान, लागे परान देह से दूरी होगा इल जानलागे परान देह से दूरी होगा इल