मलखोली वाले की, पलबंची वाले की
खोड़ी मैं कोयल बोली, जन क्या क्या हमसे कहे गई
खोड़ी मैं कोयल बोली, जन क्या क्या हमसे कहे गई
खोड़ी मैं कोयल बोली, जन क्या क्या हमसे कहे गई
खोड़ी मैं कोयल बोली, जन क्या क्या हमसे कहे गई
अरे सुभे सवेरे नित उठके गंगा
जल से तुम ना लेना
मोहन नाम का सुमरन कर पर कमा एक लगा देना
मोहन नाम का सुमरन कर पर कमा एक लगा देना
फिर पूजी वाग के खोड़ी में जनका क्या हमसे खेहे
खोड़ी मैं कोईल बोली जड़ क्या क्या हमसे कह गई
और चुगा और जलहरी से यो जन्म सपल हो जावेगा
जलहरी से यो जन्म सपल हो जावेगा
नेम टेम जो कर लेगा तो मुमांगा फ़ल पावेगा
नेम टेम जो कर लेगा तो मुमांगा फ़ल पावेगा
नेम टेम जो कर लेगा तो मुमांगा फ़ल पावेगा
तेरी बारे सुखों से जोली जण क्या क्या हमसे कहे गई
तेरी बारे सुखों से जोली जण क्या हमसे कहे गई
तेरी बारे सुखों से जोली जण क्या हमसे कहे गई
गई गई गई गई गई
महन राम के दोने की भावूती तिलक लगावेगा
नरेशन को शिक खेड़ी मैं वो भजण बनाता पावेगा
नरेशन को शिक खेड़ी मैं वो भजण बनाता पावेगा
हर इंदर की गावे टोली
हर इंदर की गावे टोली
खोड़ी में कोयल बोली जन क्या क्या हमसे कहे गई
खोड़ी में कोयल बोली जन क्या क्या हमसे कहे गई
खोड़ी में कोयल बोली जन क्या क्या हमसे कहे गई