जिनके खिदमत में खुशियां तमाम करते हैं
अपना सब कुछ लोटा के जिनके नाम करते हैं
जिनके लिए
तारीफ सबहो शाम करते हैं
वो दूसरों की बाहों में आराम करते हैं
जिनके लिए तारीफ सबहो शाम करते हैं
वो दूसरों की बाहों में आराम करते हैं
वो दूसरों की बाहों में आराम करते हैं
जिन पर जिसमों और जाहं नीला
करते हैं तर भी तौमते लगा के वो बदनां करते हैं
अब मौत का वो में
इंतिजाम करते हैं
तो जाता मैं इसकदर मातम में आखे मेरे कर लेना तू इतना सबर मैं जिन्दा
हुए अमर गया ले लेना तू इसकी खबर जिनके लिए अरसास हम कुर्बान करते हैं
इस मौफब्बत का पैगाम हमने देख लिया
बहुत यखीन था
इनाम हमने देख लिया
जिन से सीखा था
हुनर इश्क का शिद्दत से
आखरे सांस तक
अंजाम हमने देख लिया
स्नेया
स्नेया
स्नेया आखे खोलो ना स्नेया
I am sorry
स्नेया
स्नेया मेरे से गलती हो गई
स्नेया
स्नेया
स्नेया