अपना सहिया के तू
में हर आपन फुसला बेला
साधी के बाद भी नई हर में आ राफ
मिले का है बोला बेला
हारे का करें रही ना परी ना
हम अपना सहिया के तू
में हर के आपन फुसला बेला
साधी के बाद भी नई हर में आ राफ
मिले का है बोला बेला
खोड़ी कोहल का गावत भेब संगेगो वो भी पुरोनिया लोगों केवा
दाल भात रोजिकेवा खिचाड़ी संजोग केवा
दाल भात रोजिकेवा खिचाड़ी संजोग केवा
दाल भात रोजिकेवा खिचाड़ी संजोग केवा
छुप छुप कने लल जोल कर जाए कितना देन सा पहर पाए
जाहन जाए जाहे अग होता ममाला साथ भी दोड़ जाए
तो मिले से पहले बनागे पलान
रिष्टा छौली जीवन भर जान
होरे घोवर मिज़ा ज़िज़नते वाडू भारे जान
बोग केवा दाल भात रोजिकेवा खिचाड़ी संजोग केवा
दाल भात रोजिकेवा खिचाड़ी संजोग केवा
रमाची के बाव खिचाड़ी संजाओ दिल्के बाव
रमाची के बाव खिचाड़ी संजाओ दिल्के बाव
देहता ना आसान नहीं कर जितना का होता रहो
ढोखा देते सोग अगें तू साथ में रह तेरा हो
इसको मुहाबत में सब बन जाया जिंबुच रम कोरत नहीं खील जाया जिंबु
ठीला ना गील आज में माधी में
धोईले उगे रोग के माम
डाले भाईत तेखो
आवाव आहे टाइम बेस्ट परतरू