अपरंपार गाड़ी बागी रे दो सोपार
हाँजी तॉपीक थारी गाण काकी
गरमे लाग री पाईदो छाच खाटी छाच
पैटू गुमा दू चत फेकू मैं चाल लडू
बकरा था ज़दा उख़डी रे खाल जबान बराबरी थार बच्चू
निकाल सब कुछ बग दुखानू मैं सच सुच तब भी ना संतुष्ट
बारा बार मारू बंदूख पेटी पैक्ट संदूख
देडी ये संतु देख देडी ये शंतु देख
आप समझा गया
काटी चाच काटी चाच वर्स मेरा लाठी चाच
रेपरों का तोड़ा एगो मेंनेजर की रखी बात
मेंनेजर की में देखा जी मेरे घर की गली डालेद देखा
गणग गोर से तो ग्रेजी बनदा साम्ने बार
बेठा लेकि पूरा जार रैपडास
वी लोग वा तूर क्यों ध्यान कर चार कश
अंदर जाके बनी बाते वही बाते बार बार
बूलने से फायदा क्या
मेरी टू तगेम सारे दिके मैं तलाग बठा
मेरी जान परिवार के दबाव में था
परिशान होके बन सला मांगना
हैरान हो गया फेफ़डो में टार कितना
जब देखो खासता
थीन साल से नहीं खाया डुपडा मासता
आठ साल से हूँ सीन में आज का
उन्डर ग्राउंड में सीम व्यूज का है फासला
बोल क्या है माजरा रणीरों ने ना सुना
घाट पे जा माइक लगा
पर वाली बीड बुला रोखी ताई बीड चला ब्रो हमें गाने का
तो मौका मिलाई नहीं बोल ली के आज जुड़ी अफ़नाफ़ है न
इट्स रफ गास बाच यर लग लग जब भाई देखा टीसा