मुझे को इतना बताए कोई
कैसे तुझे से दिल ना लगाए कोई
रब्बा ने तुझे को बनाने में कर दी है हुस्न की हाली तिजोरिया
काजल की सियाही से लिखी है तुने जाने कितनों की लव स्टोरिया
केसर या तेरा इश्क है पिया रंग जाओ जो मैं हाल
लगाओं डिन बीते सारा तेरी फिक्र में रैन सारी तेरी हैर मनाओं
केसर या तेरा इश्क है पिया रंग जाओ जो मैं हाल
लगाओं डिन बीते सारा तेरी फिक्र में रैन
सारी तेरी खैर मनाओ
पत जड़के मौसम में भी रंगी चैनारों जैसी
जंके सन्नाटों में तू विना के तारों जैसी
सद्यों से भी लंबी ये मन की आमावा से है
और तू भूलेगी
जड़ियों वाले त्युहारों जैसी
चंडा भी दिवाना है तेरा
जलती है तुझे से सारी चटोरिया
काजल की सियाही से लिखी ही है तूने जाने
कितनों की लव स्टोरिया
केसर या तेरा इश्वान
है पिया
रंग जाओ जो मैं
हाथ लगाओ
तिल भी ते सारा
तेरी फिक्र में
रैम सारी
तेरी खैर
मनाओ
केसर या तेरा
इश्वस्त, पिया
रंग जाओ
जो मैं
हाथ लगाओ
दिल भी
ते सारा तेरी फिक्र में रहन साली तेरी खैर बना हूँ
के सरिया तेरा इश्कि है पिया इश्कि है पिया
के सरिया तेरा इश्कि है पिया
रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ
हुआ है