केसर के गंध लेके पुर्वा चलल रहे
केसर के गंध लेके पुर्वा चलल रहे
केसर के गंध लेके पुर्वा चलल रहे
देखनी तो तुहरा घर वाके खिड़की खुलल रहे
केसर के गंध लेके पुर्वा चलल रहे
ना यारती उतारे मंदिर में लोग जाए
ना यारती उतारे मंदिर में लोग जाए
ना यारती उतारे मंदिर में लोग जाए
इमान आदमी में
इमान आदमी में
इमान आदमी में
शानी को बनल रहे केसर के गंध लेके उर्वार चलल रहे
तन दूर दूर होई आके मन ता करीब बाद
नीम नहीं है वबार
प्रेम पर नीम नहीं है वबार
प्रेम पर परदा पडल रहे
केसर के गंध लेके उर्वार चलल रहे
हम दर्द सुनव नेता सबु मुस्कुरा उठल
हम दर्द सुनव नेता सबु मुस्कुरा उठल
हम दर्द सुनव नेता सबु मुस्कुरा उठल
कुछ लोग बता मल जे
बढ़िया गदल रहे
केसर के गंधले के पुर्वा चलल रहे
केसर के पुर्वा चलल रहे