गुंसम गुंसम गुप चुप
हल चल हल चल गोगई शेरी
गोट है देरी चुप
खल बल खल बल गोगई शेरी
बैठी है दोब चुप
प्यारी प्यारी जेहरे ने फर्दे देली शारा
प्यारी प्यारी देली शारा
हमसे बोरी ना तुम शर्मा
कहना ही क्या ये नैनिक अंजान सी जो मिले
चलने लगे मुहाबत के जैसे ये सिलसिले
अर्मान ऐसे दिल में खिले जिनको कभी मैं न जानो
वो हमसी हम उनसे कभी न मिले कैसे मिले दिल न जानो
अब क्या करे क्या नाम ले कैसे उन्हें में पुकारो
कहना ही क्या ये नैनिक अंजान सी जो मिले
चलने लगे मुहाबत के जैसे ये सिलसिले
अर्मान ऐसे दिल में खिले जिनको कभी मैं न जानो
वो हमसी हम उनसे कभी न मिले कैसे मिले दिल न जानो
अब क्या करे क्या नाम ले कैसे उन्हें में पुकारो
कहना ही क्या ये नैनिक अंजान सी जो मिले
पहली ही नजर में कुछ हम कुछ तुम हो जाते हैं यूगुम
नैनों से बरसे रिमचिम रिमचिम हम पे प्यार का सावन
शर्म थोड़ी थोड़ी हमको आये तो नजरे चुक जाये
सितन थोड़ा थोड़ा हमके शोहन हमके
वाभी कर जाये ऐसी चले आचल उड़े दिल में एक तुफान उठे
हम तो लुट गए खड़े ही खड़े कहना ही क्या आये नैनिक अंजान सी जो मिले
चलने लगे मुहाबत के जैसे ये सिलसिले
अर्मान एक
ऐसे दिल में खीले जिनको कभी मैं नजानू
वो हम से हम उनसे कभी ना मिले कैसे मिले दिल नजानू
अब क्या करे क्या नाम ले कैसे उने में पुकानू
कुम सम कुम सम कुप चुप
कुम सम कुप चुप
कुम सम कुप सम कुप चुप
कुम सम कुप चुप
हलचल हलचल हो गई चेरी, गोट है देरी चुप, हलबल हलबल हो गई चेरी, वैसे है तू बल चुप, प्यारी प्यारी जेहरे ने फल देरी, शारा के खादेरी आप होने है, फसना कोई प्यारा, हमसे गोरी ना तू शर्मा, कैसे हमसे जर, हमसे गोरी ना तू शर्मा, कैसे हम
इन होटों ने मांगा सरगम, सरगम, तू और तेरा ही प्यार है, आखे ढूंढे हैं जिसको हर दम, हर दम, तू और तेरा ही प्यार है
महफिल में भी पनहा है दिल ऐसे, दिल ऐसे, तुछ को खोना दे, दरता है ये ऐसे, ऐसे
आज मिली ऐसी हुशी, चूम उड़ी दुनिया ये मेरी, तुमको पाया तो पाई जिन्दगी
कहना ही क्या ये नैनिक अंजान से जो मिले, चलने लगे, महाबत कै जैसे ये सुलसिले
अर्मान ऐसे दिल में खिले, जिनको कभी मैं न जानू, वो हमसे हम उनसे कभी न मिले
कैसे मिले दिल न जानू
अब क्या करे, क्या नाम ले, कैसे उन्हें में पुकारू
कहना ही क्या ये नैनिक अंजान से जो मिले, चलने लगे, महाबत कै जैसे ये सुलसिले
कहना ही क्या
करना ही क्या