हहह...
हो आ सजनावे महल विसाये
जगद सुनी नक्ड़े गये
हाँ सजनावे महल विसाये
जगद सुनी नक्ड़े गये
नाते ना कोई कैरा होओ
नाते ना कोई कैरा होओ
मैं हूँ आ इतनू
मैं सारी रात कतिया करू
तो पिछले पैर में सितनी लागे
सोखतियाने खाई
सत चन्मानी सान्द वेरिया तान छोली पाई
सोखतियाने खाई
सत चन्मानी सान्द वेरिया तान छोली पाई
लिख तरे रिच पढ़ियावे
मेरे दोबडा लूडू
मैं सारी रात कतिया करू
अग दीया रोका दोखा वे
हुड़ना कंडे ना खाया
असने तैनु हच बना के गर्ज बहाँ पाया
देले साही जीना वे
हुड़ने ना लगरू
मैं सारी रात कत्या करू
पीता गीत चोत रे सजना राह देवच बाई
आश्पियते मुशू कुन किदरे रात लेना तारी
सत्नी तुम राज बिले जो थसी अंभर नूँ
मैं सारी रात कत्या करू
खोलब करे बलुआने देवच कुछन गीत बारी दे
तेरी मुखल विच मर जावा सरके करते यारी दे
तेरी मुखल विच मर जावा सराके करते यारी दे
मैं सारी रात कत्या करू