बोल सत्गुरुदेव भगवान की जै हो
अपने गुरुदेव के चरणों में जाके अरजी लगाता है
के बे जीसने भी सच्चे दिल से अपने सत्गुरु की सेवा करिये
उसके माध्यम से एक भजन रखता है
कैसे रखता है
काटे से पंद चोरा सिर भगतो सत्गुरु का ज्यान
सर्चे मन से माला पेरे
सब कुछ हो जागर मैं तेरे
ना होने देवे कज आसिर भगतो सत्गुरु का ज्यान
काटे से पंद चोरा सिर भगतो सत्गुरु का ज्यान
काटे से पैद चुडा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
ओर स्री जोत्रा मगवानी की
धरम करम तैमत ना नाटिये
आँचे बुरे का ख्याल राखिये
आँचे बुरे का ख्याल राखिये
आँचे बुरे का ख्याल राखिये
काटे से पैद चुडा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
जीवन बरे बनके साथी
आँचे बुरे का ख्याल राखिये
आंकत में तेरा बनेई माती
मत समझो पात तरा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
मत समझो पात तरा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
जो बात चरा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
काटे जैपाइद चुरा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
ओ श्री जोत्रा भगवानी की
मैं इस का कड़ो द केरे भूल मैं
नाम करण की चरण दूल मैं
मैं दे सेवत पुरवासिर भगतो सते गुर्पा जाने
ओ
काटे जैपाइद चुरा सिर भगतो सते गुर्पा जाने
मैं दे सेवत पुरवासिर भगतो सते गुर्पा जाने
ताटे जैमन चुराशीर भगतो सते गुर का ज्याने