घड़ा के पच्छा रदाने
घड़ा के पच्छा रदाने
मौरग के सुखो का जानी हो
सुनो कैता ना सकेता मैं बानी हो
अरे बड़ी बड़े सान बानी
हमों मौरग के सुखो का जानी हो
सुनो कैता ना सकेता मैं बानी हो
ऑरे बड़ी बड़े सान बानी हो
मन करे लगतार घर नहीं खबतार
चुरु होता गरम भिरे यानी
लभड़के लभाली बनी जा कहे
लगाके मछड़ा बानी
मरद के तरद रही ना
पाता मन भड़के जानी
स्वाइने
लभड़के लभाली बनी जा कहे
लगाके मछड़ा बानी
मरद के तरद रही ना
पाता मन भड़के जानी
सब्हे मौरा दये के जाई सन
सब्हे के बालू रहो
हमरा नाल सुवाल सटाई भूचा
खोटा होई बूरे रो
हरे होटा ना
सब्हे मौरा दये के जाई सन
सब्हे के बालू रहो
हमारा नाल सुवाल सटाई भूचा
खोटा होई बूरे रो
बात पुछ हैं भातर
माझा केने लिलू मर
बात पुछ हैं भातर
माझा केने लिलू मर
हो ये इजद के हमारा हानी, हानी, हानी
लबाद के लबाली बनी जा, लगा के मज़्जारा दानी
मज़ाद के दारा दारा हीरा, आटा मन भाड़ी के चानी
छोटो पोरे बिने बिनायक, देवर बोली राम हो
सुना पिका सवा बिहिट पे गोधी, पूरा दे आराम हो
छोटो पोरे बिने बिनायक, देवर बोली राम हो
सुना पिका सवा बिहिट पे गोधी, पूरा दे आराम हो
कहे राहूल सवन, रखा बबालों के मन, कहे सुरच सवन, रखा बबालों के मन
घरा माई खैया मारा जीता सहानी, सहानी, सहानी
लभारी के लभाली बनी जा, लगा के मज़्जारा दानी
मदद के तड़ा तड़ा रही ना, आता मन भड के चानी
मदद के तड़ा तड़ा रही ना, आता मन भड के चानी