ए भाई ए जुना देख ते कहत रहा नू कि तुर फोन आई देख देख जमर फोन आगा देख
हलो हलो अरियार इतना दिन से तु कहा रहा लो बोला
हलो
अरियार अंचल हम संजे बोलता नी
पहचानक देहा का
तरह सब क्योंके फोन लागता कि तार मंगेतर के ही फोन हाका
यार तु तर लागता कि पागल हो गिल बड़ा
छोड़ दे यार इद दुनिया तार का ना समझ बाई
छोड़ दे दुनिया बहुत बेदार दे बिया
होम खुक समखाईने
उह खुक समखाईने
जी मरे के साथ में
वादा उपईले
कैसे की समझाई उनका की बतलाई कहे पागल लेन है
खुक समखाईने उह खुक समखाईने
जी मरे के साथ में वादा उपईले
काई भाईलो तु हमसे खाफा
छोड़ा ही के रहे तुहरा कहि दे ले तु रहतुन सफा
खुपाड़ो सनम बेवफा काई भाईलो तु हमसे खाफा
छोड़ा ही के रहे तुहरा कहि दे ले तु रहतुन सफा
संभी संभी तु खुबाईलो धाड़कानों में बसाईलो
तक एहिना जरिस्ते दुर भाईले
सोचे तोहर बतिया
धड़केला हमरो छटिया
निन्दो न आवे हमरा जागल रही ले सारी रतिया
सोचे तोहर बतिया
धड़केला हमरो छटिया निन्दो न आवे हमरा जागल रही ले सारी रतिया
निके सैयानों चलके बोली यानों केही
अदोली कहि हो परया भाईली