नावे तारम, संसारे सारम, भुजिके द्रिहारम, सदा वसंतम, रतियाई बिंदे, भगम भावानी सहितम नमाम।
ये क्या है, ये मेरे शिव का शवूप में शिंगार है।
कल बगवान सिंग की आपने विभा बनाया था ना मैया, कल बोले की पराहत आई थी।
सिवाही संभूगने करही सिंगारा, जटां मुकुते आई मोरे सवारा।
कौन-कौन, कौन-कौन, कौन-कौन, पेहरी व्याला।
तने भी भूगने।
पूति पटे के हरिशाला
ससील लाड सुन दरे सेवे गंगा
नयने तीने उपर बीते भूजा
भगवान शिव का सिंगार जो आपकी भाव को बदल सकता है वो शिव है
जो आपके जीवन को बदल सकता है वो राम है
वो जो आपके मिर्त्यु को सुधार सकता है उसको किष्ण कहा गया है
ये तिर्देव है इनमे भेद मत करना
नितो सिब जी को जलचढा तो काना जी को भोग लगा न भूल जाओ
काना जी को भोग लगा तो राम जी को धन्या चलाना
भगवान में भेद मत करना तीनों क्या है
एकानन्दे चतुरानन्दे पंचानने राजे
पंचानने राजे हनसासने गैरोडासने
हनसासने गैरोडासने प्रशिवा हनसाजे
हो हरे हरे हरे महादेव
नोरे हर हर महादेव पर हाथ नीचे
हरे हरे महादेव हर