हलातों के आगे सबका साथ मैं जो बाह होती है बहचान लेती है खामोसी में हर दर्द और सिर्फ मां होती हैकर जन कावो माई बाप के भाराई होखटते खटते जैएं जीन गिया भराई होकर जन कावो माई बाप के भराई होकर जाना कावो मही बाप के भाराई होकोखिया के पिंजाला के सुगना बनाई केनौरे महीना रखाली गोधी में छुपाई केमाई रेमाई रेकोखिया के पिंजाला के सुगना बनाई केनौरे महीना रखाली गोधी में छुपाई केसह सह फिड़ाती हाली तोह के जानमाई होसह सह फिड़ाती हाली तोह के जानमाई होकर जाना कावोमाई बाप के दियाई होकड़ जाने का बो माई बाप के दियाई होहोटा ही लुगागी आंगे दिनमा गुजागेलीतुहरा के सूट दूर कहीं से लियावेलीहोटा ही लुगागी आंगे दिनमा गुजागेलीतुहरा के सूट दूर कहीं से लियावेलीपियेली पसीन काखे दूधावा कियाई होपियेली पसीन काखे दूधावा कियाई होकर जन कावो मैं बाप के भाराई हो