चान्द जय संचमा क्वता तोहारी सुरातियारी
चीति कैलु करे खाति छा ठिके बरतिया
चान्द जय संचमा क्वता तोहारी सुरातिया
जिति कैलु करे खाति छा ठिके बरतिया
आम के पतैया जुराई गयलु
आरे भाउजी लरु आई गयलु
आरे भाउजी लरु आई गयलु
आरे भाउजी लरु आई गयलु
बोजिलरु आई गईलु
चलेलु ता थारा थारा कापे सरिरिया
कापे सरिरिया हो कापे सरिरिया
याद कर छठ मै के होई ना फिकिरिया
होई न फिकिरिया होई न फिकिरिया
चलेलु ता थारा थारा कापे सरिरिया
याद कर छती मै के होई न फिकिरिया
देते पहिला या रघ दुडेर आई गईलु
आरे भोजिलरु आई गईलु
आरे भोजिलरु आई गईलु
आरी भौजी लरु आई गईलु
जुमगीत गावनाच्छ छठी माईके घाटे
मुकू परकास दवर लीहे अपना माथे
जुमगीत गावनाच्छ छठी माईके घाटे
मुकू परकास दवर लीहे अपना माथे
देखी गाण्याची के लोहर तेर आई गईलु
आरी भौजी लरु आई गईलु
आरे भाउजी लरु आई गईलू