परलेल ही सादी छोड़ देल भी यार गे
कैसे बहते यों बढ़ी है पीड़ दार रे
अहे गे
करलेल ही सादी छोड़ देल भी यार गे
कैसे बहते यों बढ़ी है पीड़ दार रे
प्यार हमरा नी अन्य करता हूँ सान दार रे
अगे बोल हीले गए
तोरों से भी जादा मजाते होई भातार रे
तोरों से भी ज़्यादा मजाते होई भागार रे
तोरों से भी ज़्यादा मजाते होई भागार रे
तोरों से भी ज़्यादा मजाते होई भागार रे
तोरों से भी ज़्यादा मजाते होई भागार रे
कटो होता हूँ तोही नहीं रात गे
चुम्मा से करोई सुजवाथ रे
कटो होता हूँ तोही नहीं रात गे
चुम्मा से करोई सुजवाथ रे
मनों गराते भरोतना होतो जब दोनी
अच्छा
अच्छा
तोरों से भी ज़्यादा मज़ाते होई भातार रे
अच्छा नितिस्काई गर्मनिस के छोड़ी छोड़े हो तो खार गे
तुम ही गया
तोरों से भी ज़्यादा मज़ाते होई भातार रे
तोरों से भी ज़्यादा मज़ाते होई भातार रे
अब की कहीं बोल